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संरक्षक तथा प्रमुख संपादक सुधा ओम ढींगरा Sudha Om Dhingra एवं संपादक पंकज सुबीरPankaj Subeer के संपादन में विभोम स्वर का जुलाई-सितम्बर 2016 अंक अब ऑनलाइन उपलब्ध है। इस अंक में शामिल है :- सम्पादकीय, मित्रनामा, साक्षात्कार : (उषा वर्मा के साथ सुधा ओम ढींगरा की बातचीत)। कहानियाँ : ख़ाली हथेली (सुदर्शन प्रियदर्शिनी), स्कूल प्रवेश (अखिलेश मिश्रा Akhilesh Mishra ), तत्त्वमसि (चन्द्रकान्ता अग्निहोत्री ), क्या-क्या बताऊँ….. (डॉ. अफ़रोज़ ताज Afroz Taj ), दूसरा नरक (रजनी गुप्त Rajni Gupt )। लघु कथाएं : जाग्रति (मधुदीप Madhudeep ), अनभिज्ञ (संदीप तोमर), लाखों पाए (कृष्णलता यादव) । व्यंग्य : एक सच्ची मुच्ची की प्रेम कहानी ( सुभाष चंदर Subhash Chander )। भाषांतर : आइना (जापानी कहानी, मूल लेखक : हारुकी मुराकामी, अनुवाद : सुशांत सुप्रिय Sushant Supriye ) । दोहे : डॉ. गोपाल राजगोपाल, आलोक चतुर्वेदी। कविताएँ : लालित्य ललित Lalitya Lalit , संजय वर्मा ‘दृष्टि Sanjay Verma ’, धनंजय कुमार , विजय कुमार Vijay Kumar Sappatti , भरत प्रसाद Bharat Prasad , रेखा भाटिया। ग़ज़लें : प्रखर मालवीय ‘कान्हा’ Prakhar Malviya Kanha , आलोक मिश्रा Alok Mishra , पूजा भाटिया Pooja Bhatia , आशीष नैथानी Ashish Naithani , त्रिवेणी पाठक Triveni Pathak । संस्मरण : हर पल कुछ सिखाती है…ज़िन्दगी… (प्रियंका गुप्ता) प्रियंका गुप्ता । दृष्टिकोण : सफ़र अभी भी बाकी है….. (मंजु मिश्रा Manju Mishra )। पुस्तक समीक्षा : डॉ. गिरिराजशरण अग्रवाल Giriraj Sharan Agrawal रचनावली ( डॉ. कमलकिशोर गोयनका Kamal Kishore Goyanka , डॉ. मीना अग्रवाल ) , अधूरे अफ़साने (लावण्य दीपक शाह Lavanya Shah , समीक्षक : डॉ. अरविंद मिश्रा ), प्रेम गली अति साँकरी (रामरतन अवस्थी Ram Ratan Awasthi , समीक्षक : इस्मत ज़ैदी शिफ़ा Ismat Zaidi Shifa), दलदल (सुशांत सुप्रिय Sushant Supriye , समीक्षक : सुषमा मुनीन्द्र ), प्रेमचंद : कहानी-कोश (डॉ. कमल किशोर गोयनका, समीक्षक : कृष्ण वीर सिंह सिकरवार ), स्वप्न, साज़िश और स्त्री (गीताश्रीGeetashree , समीक्षक : वंदना गुप्ता Vandana Gupta ), डाली मोगरे की (नीरज गोस्वामीNeeraj Goswamy , समीक्षक – शिव भूषण सिंह गौतम ), हाथ सुंदर लगते हैं (नीलकमल , समीक्षक : गौतम राजरिशी गौतम राजरिशी )। पुस्तकें मिलीं। साहित्यिक समाचार : समाचार सार ( उर्मिला शिरीष Urmila Shirish , पवन कुमार Pawan Kumar Ias , अर्चना पैन्यूली Archana Painuly ) आख़िरी पन्ना । आवरण चित्र : के. रवीन्द्र Kunwar Ravindra । आपकी प्रतिक्रियाओं का संपादक मंडल को इंतज़ार रहेगा। पत्रिका का प्रिंट संस्करण भी समय पर आपके हाथों में होगा।
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